भारत में कौन कर रहा है तालिबान का सपोर्ट ?


 

तालिबान एक इस्लामिक विचार धारा वाला संधठन है और आप ये तो जानते ही होंगे की तालिबान की विचार धारा क्या है. क्यों वो मासूमों के साथ मारकाट करता है और औरतों का उत्पीड़न करता है. अगर नहीं पता तो हम आपको बता तें हैं. तालिबान क्या चाहता है अगर इसको कम शब्दों में बताया जाय तो बात ऐसी ही तालिबान एक कट्टर इस्लामिक सोच वाले लोग हैं वो चाहते हैं की सब कुछ बिलकुल पहले जैसा हो जाए बिलकुल वैसा जब वो औरतों को अपना गुलाम बनाकर रखते थे और जब मन चाहता था किसी भी औरत या लड़की को उठा ले जाते थे और बलातकार करते थे. तालिबानीयों को नहीं पसंद की इस्लाम को मानने वाले मॉर्डन जामाने के तौर तरीके से रहें.

 

तालिबान की इस्लामिक विचार धारा से सबसे ज्यादा दुख औरतो, लड़कीयों और बच्चियों को झेलना पड़ता है. आखिर इन आतंकवादीयों को भारत में कौन सपोर्ट कर रहा है. हम आपको बताना चाहते हैं भारत में कोरोना के अलावा एक फेक सैकलूरिस्म नाम की बिमारी बुरी तरह फैल चुकी है. भारत में कुछ लोग ऐसे हैं जो कहते तो हैं कि वो जाती धर्म का समर्थन नहीं करते लिकेन फिर भी जब इस्लामिक आतंकवाद पे बात आती है तो उनके मुंह से कुछ नहीं निकलता. इन फेक सेकुलरिस्म वालों को जय श्री राम बोलने वाले आतंकवादी लगते हैं और अल्लहा हू अकबर बोल के जो लोग औरतों बच्चों की गरदने काट देते हैं वो लोग इनको पीसफुल कम्यूनिटी वाले लगते हैं.

 

हाल ही में तालीबान में एक पत्रकार की हत्या कर दी गई जिनका नाम था दानिश सिद्दीकी भारत में इनकी मौत का दुख सबने जताया. इनकी मौत का दुख हम सबको है. लेकिन फेक सेकूलरिस्म वालों यहां भी अपने ही तरीके से दुख जताया. रवीश कुमार ने एक ट्वीट किया और लिखा की जिस गोली से उनकी मौत हुई उस गोली को हजार लानत. अब बताईए जब गोली चलाना वाला एक इस्लामिक आतंकवादी है तो लानत तो उसको भी देनी चाहिए थी ना. गोली खुद से तो चल नही सकती उसको चलाना वाला जो था उसको भी तो कुछ शब्द बोल देते. वहीं सबसे बड़ी लिब्रल स्वरा भास्कर ने भी दानिश की मौत पर दुख जताया लेकिन उन मुसलिम आतंकवादियों को लानत देना भूल गई जिनके द्वारा दानिश सर की हत्या की गई. ये ही लोग थे जो पीलीस्तान का समर्थन कर रहे थे और इजराइल को गालियां दे रहे थे. इजराइल जब मुसलिमस आतंकवादियों पर हमला कर रहा था जिसमें कई बे गुनाहा मुसलिमस की भी जान गई थी. 

अब तालिबान जब इस्लामिक विचार धारा के चलते हजारों मासूमों को मार रहा है उसके लिए ये फेक सैकलूरिस्म वाले कुछ नहीं बोल रहे बस हिंदू आतंकवाद बोलना ही आता है इन्हें अब जब असली आतंकवाद का चहरा सामने आया तो बोलती बंद हो गई. आज कल तो जय श्री राम के नारे लगाने वालों को आतंकवादी कह दिया जाता है. और जरा सी बात पर चिजों को हिंदू आतंकवाद का नाम दे दिया जाता है. तो क्या अब जो इस्लाम के नाम पर तालिबान मे मार काट चल रही है अब इसको इस्लामिक आतंकवाद क्यों ना बोला जाए. नहीं भी बोलना तो कम से कम ये तो मान लो तालिबान जो भी मारकाट कर रहा है वो इस्लामिक विचार धारा के चलते ही कर रहा है. जब इतनी बड़ी तादात में इस्लामिक आतंकवाद फैल रहा हो तो मुझे नहीं लगता की सिर्फ कुछ गलत लोगों के चलते उनकी गलतियों को हिंदू आतंकवाद का नाम दे दिया जाए.

Comments

Popular posts from this blog

यूपी में कब होंगे युनाव ?, चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहीं बड़ी बातें

कौन होगा कर्नाटक का अगला सीएम ?